स्वरचित कविता – चंदा मामा – आर्यादित्य सिंह 4 C
ओ, मेरे चंदा मामा,
क्यों हो मुझसे इतने दूर?
जरा मेरे पास आ जाओ,
बातें हम करेंगे खूब!
मेरे चंदा मामा,
सुबह को आप चले जाते हो,
मगर सर्दियों के दिनों में,
सुबह भी आप दिख जाते हो!
ऐसा क्यों करते हो मामा?
जरा मुझे भी बता देना!
अभी तो बस एक ही बात बोलनीआपसे,
शुभ रात्रि मामा!!